गुरुवार, अप्रैल 18, 2013

पीरखाना लुधियाना में मेला बीस अप्रैल से शुरू

सब तैयारियां मुक्कमल सब लोग जुटे हैं मेले की सफलता में
लोगों को शराब जैसे नशे और अनैतिक मार्गों से हटा क सदाचार और भक्ति राह पर लाने में जुटे न्यू अग्रवाल पीरखाना लुधियाना में इस बार फिर सूफी मेले की तैयारियां जोरों शोरों से मुक्कमल हो रही हैं। इस बार संगत इतने अधिक उत्साह से आ रही है कि पंडाल के लिए सजाई गई ढाई एकड़ जमीन भी कम पड़ने की आशंका पैदा गौरतलब है कि तन्त्र, मन्त्र, भक्ति और अध्यात्मिक ढंग तरीकों से लोगों को राहत प्रदान करने के मामले में तेज़ी से लोकप्रिय हो रहा है लुधियाना का न्यू अग्रवाल पीरखाना आज पूरी तरह एक प्रमुख मेला स्थान बना नजर आ रहा था। कहीं पर झूल्ले, कहीं पर लंगर, कहीं पर रौशनी की सजावट करती  टीम, कहीं पर पंडाल की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरों का परीक्षण करती  टीम। सब लोग यहाँ बिना किसी वेतन के इस तरह जुटे थे जैसे उनके घर में कोई बड़ा कार्यक्रम हो रहा हो।
जी हां तन्त्र, मन्त्र, भक्ति और अध्यात्मिक ढंग तरीकों से लोगों को राहत प्रदान करने के मामले में तेज़ी से लोकप्रिय हो रहा है लुधियाना का न्यू अग्रवाल पीरखाना और इस दरबार के मुख्य सेवादार बंटी बाबा आजकल पूरी तरह व्यस्त हैं मेले के आयोजन में। सब लोग इस दरबार के इश्क में खाने पीने और सोने की सुध भूल कर इस मेले की सफलता में जुटे हैं। श्री लखदाता पीर जी निगाहें वाले का जन्म दिन इस बार भी बहुत धूमधाम से मनाया जा रहा है। बंटी बाबा की देख रेख और मार्गदर्शन में लुधियाना के न्यू अग्रवाल पीरखाना में इस बार भी यह मेल पूरे जोशो खरोश के साथ लग रहा है। इस बार लगने वाले मेले का स्वरूप पहले के सभी मेलों से विशाल होगा। आयोजन की सफलता के लिए बनी गई अलग अलग टीमें कुशलता से अपना अपना काम कर रही हैं। मेले की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। लुधियाना के गली बाजारों में एक बार फिर उत्साह पूर्ण चहल पहल है। मेले से पहले ही मेले का माहौल बना हुआ है। गौरतलब है कि इस बार मेले में सूफी गायन को नई बुलंदियों पर पहुँचाने वाले गुरदास मान भी विशेष तौर पर पहुँच रहे हैं। बाबा जी की पवित्र चादर अजमेर शरीफ से लाई जा रही है। लोगों के उत्साह को देखते हुए इस बार ढाई एकड़ जगह केवल पंडाल के लिए ले ली गयी है। इस सम्बन्ध में निकलने वाली भव्य रथ यात्रा को लेकर भी संगत में भारी उत्साह है। यह रथ यात्रा 20 अप्रैल को दरेसी मैदान से चलेगी और अपने रूट से होती हुई पीरखाना पहुँच कर विश्राम करेगी। अगले दिन अर्थात 21 अप्रैल को सुबह साढ़े दस बजे चादर की रस्म होगी।इसके बाद 11बजे झंडे की रस्म होगी और इसके तुरंत बाद दोपहर को एक बजे केक काटा जायेगा। शाम होते होते चार बजे होगी मेहँदी की रस्म और पांच बजे शुरू होगी सूफियाना शायरी की महफिल। सूफी गायन की मस्ती के ये प्याले अगले दिन 22 अप्रैल को भी छलकेंगे। मस्ती की इस महफिल में गुरदास मान के साथ ही हंसर हयात निजामी, अनीस साबरी, शकील साबरी, सरदार अली, अमित धर्मकोटी, राकेश राधे, ललित गोयल, टोनी सुल्तान और बहुत से अन्य कलाकार। सूफी एंकर हेमंत वालिया मंच संचालन करेंगे। दूरदराज से  आने वाली संगत के लिए विशेष प्रबंध किये गए हैं तांकि किसी को भी कोई असुविधा न हो।-रेक्टर कथूरिया 
पीरखाना लुधियाना में मेले की सभी तैयारियां मुक्कमल