सोमवार, अगस्त 29, 2011

अमृतसर में रोका गया नशे के तूफ़ान का एक और हमला


पंजाब स्टेट स्पेशल सेल ने पकड़ी 60  करोड की हेरोइन
अमृतसर से गजिंदर सिंह किंग    
पंजाब के स्टेट स्पेशल सेल को उस समय बड़ी सफलता मिली जब उस ने पकिस्तान से आई नशे की एक बड़ी खेप को पकड़ने में सफलता हासिल की, उसके साथ ही स्पेशल सेल ने तीन तस्करों को भी गिरफ्तार करे 12  किलो हेरोइन बरामद की गयी है, जिस की अंतर राष्ट्रीय बाज़ार में कीमत 60  करोड रूपए है
      पंजाब के स्टेट स्पेशल सेल पुलिस ने एक सफ़ेद आल्टो कार समेत दो दोषी महिंदर सिंह और राकेश कुमार को गिरफ्तार किया और उन से 8  किलो हेरोइन बरामद की गयी, यह दोनों आपराधी इस नशे की खेप को तीसरे अपराधी लखविंदर सिंह के साथ मिल कर किसी को देने जा रहे थे, तभी पुलिस ने तीसरे अपराधी लखविंदर को गिरफ्तार कर किया, जिसके पास से 4  किलो हेरोइन बरामद की,   स्टेट स्पेशल सेल पुलिस के गिरफ्त में आये यह वह शातिर है, जो देश की जड़ों को खोखला कर रहे है दरअसल यह वह अपराधी है, जो पकिस्तान से नशे की खेप  को ला कर देश के अलग अलग हिस्सों में भेजते थे, पुलिस को एक गुप्त सूचना के मिली थी, कि पकिस्तान से नशे की बड़ी खेप भारत में आयी है.  
स्टेट स्पेशल सेल पुलिस ने नाके दौरान इन तीनो को गिरफ्तार कर 12 किलो हेरोइन बरामद की है,  दरअसल इन तीनो गुनेह्गारों का जुर्म की दुनिया से कोई रास्ता नया नहीं है, इस गिरोह का मुख्य मास्टर माइंड  लखविंदर सिंह पहले भी हेरोइन  की तस्करी में सजा काट चुका है, इस से पहले डी,आर,आई विभार ने लखविंदर सिंह को  3  किलो हेरोइन के साथ  गिरफ्तार किया था, जिस में वह 8  साल की सजा काट चुका है, उस के बाद जब स्टेट स्पेशल ओपरेशन सेल ने 2010  में 28  किलो हेरोइन के साथ राजिंदर सिंह को गिरफ्तार किया तब भी वह इस नशे की खेप में शामिल था, यह ही नहीं  इस गिरोह का दूसरा सदस्य मोहिंदर सिंह को जम्मू पुलिस ने 4  किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया, साथ ही उस के बाद इस के बाद 1997  में कस्टम विभाग ने जब 50  किलो हेरोइन पकड़ी उस में भी इस का नाम आया था, वहीँ इस गिरोह का तीसरा  सदस्य राकेश कुमार पर भी जाली करंसी का मामला दर्ज है, जो कि जेल से परोल पर आया था और उस के बाद फरार था, यह जानकारी  पंजाब के स्टेट स्पेशल सेल के ऐ, आई, जी   डाक्टर कौस्तुब शर्मा ने प्रेस दौरान दी और उन्होंने  इन तीनों आपराधियों बारे जानकारी देते हुए बताया, कि इन तीनों आपराधियों का सम्बन्ध पकिस्तान से है और यह लोग पकिस्तान से नशे की तस्करी करते थे और साथ ही यह तीन लोग इस स्मगलिंग के धंधे के सब से पुराने खिलाड़ी है, वहीँ उन्होंने कहा, कि  इन के पकडे जाने से पकिस्तान के साथ तस्करी के सम्बन्धों पर कई बड़े खुलासे हो सकते है
फिलहाल पुलिस ने चाहे इन तीन अपराधियों को 60  करोड की हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया है, लेकिन इन के पकडे जाने से यह बात तो साफ़ है, कि कहीं न कही देश की सरहद पर कोई ऐसी सेंध है, जिस के कारण यह आरोपी पकिस्तान से हेरोइन भारत में लाते है, वहीँ पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है, कि नशे की यह खेप देश के किस हिस्से में देने जा रहे थे. 

रविवार, अगस्त 28, 2011

महिला खिलाडियों को क्रिकेट प्रशिक्षण


  साउथ अफ्रीका से बुलाए गए कोच 
     अमृतसर से गजिंदर सिंह किंग:    
देश में महिला क्रिकेट को बढाने के लिए कई प्रयास किये जाते है, लेकिन आज भी महिला क्रिकेट टीम उस स्तर तक नहीं पहुँच सकी, लेकिन अब इस क्रिकेट के स्तर को ऊँचा उठाने के लिए अमृतसर क्रिकेट प्रशासन ने एक विशेष रास्ता अख्तियार किया है, जिस के चलते अब अमृतसर की महिला खिलाडियों को प्रशिक्षण देने के लिए साउथ अफ्रीका से कोच बुलाए गए है, जिस से की माहिला क्रिकेट को बढावा मिल सके.
 भारत की स्टार महिला क्रिकेटर अंजुमन चोपड़ा देश के लिए कई बार इन्होने देश का नाम माहिला क्रिकेट में रोशन किया है, लेकिन अब वह एक संस्था वोमेन क्रिकेट वर्ल्ड के सहयोग से अमृतसर में महिलाओं के लिए एक विशेष उपहार ले कर आयी है, जिस के तहत लेवल तीन की एक विशेष कोच को साउथ अफ्रीका से बुलाया गया है, जिस से महिला क्रिकेट को एक नई दिशा मिलेगी, उन का कहना है, कि आज देश में महिला क्रिकेट के अंतर राष्ट्रीय मैच बहुत कम होते है, जिस कारण महिला क्रिकेट को वह मुकाम हासिल नहीं हो सका, जिस कारण खिलाडियों में प्रतिभा कम होती है, वहीँ आज इस के तहत साउथ अफ्रीका से एक विशेष महिला कोच को यहाँ लाया गया है, जो कि अमृतसर क्रिकेट एसोसीएशन के साथ मिल कर खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दी जा रही है, साथ ही उन का कहना है, कि जिस के तहत अंतर राष्ट्रीय कोच इन को प्रशिक्षण देगा, वहीँ उन का कहना है, कि वह भी एक खिलाडी है और वह जानती है, कि कोचिंग की एक खिलाड़ी के लिए क्या महत्वता होती है, वहीँ उन का कहना है, कि क्रिकेट जितनी ज्यादा खेली जाए गी उतनी अच्छी है, जिस के चलते ज्यादा से ज्यादा मैच करवाए जाये, ताकि क्रिकेट को बढावा मिल सके और महिला क्रिकेट भी आगे बढ़ कर खेल सके. 
वहीँ दूसरी और इस पूरे मामले में विदेशी कोच मार्च्लीस का कहना है, कि भारत में क्रिकेट को लोग पसंद करते है और भारत के मुकाबले साउथ अफ्रीका के पास अंतर राष्ट्रीय तजुर्बा नहीं है, लेकिन भारत में महिला क्रिकेट का अंतर राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके है, लेकिन उन को प्रशिक्षण की जरुरत है, जिस के चलते वह यहाँ पर है, साथ ही उन का कहना है, कि साउथ अफ्रीका में क्रिकेट का एक अच्छा स्तर है और वह उस अच्छे स्तर को यहाँ की महिला खिलाडियों को देंगे, जिस से कि उन के खेल में निखार आएगा, क्यों कि यहाँ की महिला खिलाडियों का मैदान में खेल अच्छा नहीं है और वह प्रयास करेंगी, कि इस खेल के स्तर को बढावा जाये
    वहीँ दूसरी ओर इस के आयोजकों का कहना है, कि महिला क्रिकेट को आगे बढाने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है, जिस के चलते इस महिला कोच को यहाँ बुलाया गया है, साथ ही उन का कहना है, कि इस के तहत यह हम से कोई पैसा नहीं लेंगे और यह एक संस्था है, साथ ही यह कोच इन को प्रशिक्षण देगी, साथ ही उन का कहना है, कि आने वाले समय में ट्वंटी ट्वंटी टूर्नामेंट करवाया जाएगा, जिस में विदेशी खिलाडियों को यहाँ पर बुलाया जायेगा, जिस से कि महिला क्रिकेट को एक बढावा मिलेगा और वह आपनी तरफ से उन की पूरी सहायता करेंगे, जिस के चलते यह दस दिन यहाँ पर अभ्यास करवाएंगी, साथ ही उन का कहना है, कि साउथ अफ्रीका के खिलाडियों का शरीरिक और मानसिक स्तर यहाँ से ऊँचा है, जिस के तहत यहाँ यह प्रयास किया गया है, जिस से दोनों देशों को फायदा मिलेगा
    फिलहाल अब देखना यह होगा, कि यह विदेशी महिला कोच भारत की इन महिला खिलाडियों को आपना प्रशिक्षण किस तरह से देती है, जिस से कि महिला क्रिकेट का नाम भी पुरुष टीम की तरह पूरी दुनिया में ऊचा हो सके, क्या यह विदेशी कोच भारत की टीम को एक नई दिशा दिखा पायेगी.