गुरुवार, जुलाई 29, 2010

ऐ मेरे वतन के लोगो ज़रा आँख में भर लो पानी....!

सेना के जवान जब देश की रक्षा के लिए अपनी जान की बाज़ी लगाने के लिए किसी मिशन पर जाते हैं तो उनके घरों में भी होती है उनकी बूढी मां, उनके बुज़ुर्ग पिता, प्यारे से बच्चे और उनकी जीवन की सुंदर सी संगिनी. उन सभी को भी आती हैं बहुत सी मुश्किलें. जब उन सभी को याद आती है अपने उस सेनिक जवान की तो उनका दिल भी रो उठता है. पर वे उसे छुपा लेते हैं मुस्कराहट के पर्दे में अपने सारे गम. इन गमों को बांटने के लिए उप राष्ट्रपति Joe Biden की पत्नी Dr. Jill Biden 28 जुलाई 2010 को विशेष तौर पर  सैनिकों की पत्नियों के पास फोर्ट ड्रम, न्यूयार्क में  पहुँचीं और उनके दुःख दर्द सुने. उनसे कई मुद्दों पर सुझाव मांगे.गौरतलब है की डाक्टर जिल सैनिक परिवारों की भलाई के मामले में फर्स्ट लेडी मिशेल ओबामा के साथ भी उल्लेखनीय काम कर चुकी हैं. इन पलों की अमेरिकी रक्षा विभाग के लिए कैमरे में उतारा John D. Banusiewicz ने. आपके मन में अगर इस मामले को लेकर कुछ उठे तो अपने विचार अवश्य भेजिए हमें इंतज़ार रहेगी  आपकी राये और सुझावों की. --रेक्टर कथूरिया.

बुधवार, जुलाई 28, 2010

शहीद सप्ताह शुरू, मीडिया खबर को धमकी और विमान दुर्घटना

दिन था 28 जुलाई 1972 का. उस दिन नक्सलवादी आन्दोलन के संस्थापक चारू मजूमदार की पुलिस हिरासत में मौत ही गयी थी. दार्जिलिंग के पास ही एक छोटे से रेलवे स्टेशन नक्सलबाड़ी से उठी वह चिनगार चारू मजूमदार की मौत से भी मंद नहीं पड़ी.वह लाल आंधी  आज एक बहत ही व्यापक आतंक का रूप ले चुकी है.इस आन्दोलन की चर्चा होती है तो कानू सान्याल और चारू मजूमदार की बातें भी होती हैं.कभी उनके समर्थन में तो कभी उनके विरोध में. उन विचारों की बात आज भी हो रही है. पर फिलहाल हम चर्चा कर रहे हैं शहीद सप्ताह की. 28 जुलाई के दिन को याद करते हुए.इस सप्ताह को मनाने की घोषणा की है भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने. 
अगर हमारे खिलाफ या फिर हमारे किसी भी आदमी के खिलाफ कुछ भी बोलोगे तो फिर जान से जायोगे. इस तर्ज़ की धमकी दी है एक जाने माने न्यूज़ चैनल ने मीडिया खबर.कॉम को. इस न्यूज़ पोर्टल के सम्पादक पुष्कर पुष्प ने इस सारे मामले की जानकारी आवश्यक तथ्यों सहित दिल्ली के पांडव नगर थाना को दे दी है. गौरतलब है कि मीडिया खबर ने इस चैनल की कुछ ऐसी अंदर की खबरें जग ज़ाहिर की थीं जिनका सम्बन्ध श्रम कानूनों के उलंघन से भी था. इन ख़बरों को रुकवाने के लिए बहुत से प्रयास पहले भी किये गए थे जो सफल नहीं हुए. अब देखना यह है कि वैकल्पिक मीडिया के तौर पर उभर रहे वैब मीडिया पर इस तरह के दबावों के खिलाफ कौन सामने आता है और कौन विरोधी पाले में जाता है. आप पूरी खबर पढ़ सकते हैं केवल यहां क्लिक करके.  
इसी बीच एक दुखद खबर आई है पाकिस्तान से. इस्लामाबाद के निकट ही एक विमान दुर्घटना में 152 लोगों की मौत हो गयी है. कराची से आ रहा यह जहाज़ लैंडिंग के वक्त मरगला की पहाड़ियों में हादसे का शिकार हो गया. इस जहाज़ में 146 यात्री थे जबकि अन्य छह चालाक दल के सदस्य थे.कराची से सुबह 07:45 पर उड़ान भरने वाले इस जहाज़ का सम्पर्क 09 :45 बजे टूट गया था. घने जंगल वाली इन पहाड़ियों में बारिश के कारण राहत के कार्यों में काफी परेशानी आयीं.पाकिस्तान ने एक दिन के राष्ट्रिय शोक का एलान किया है.  --रेक्टर कथूरिया